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 आँखों में भरी है गर्द कोई  फिर दिल में उठा है दर्द कोई
मेरे सीने में जो दफन हुए हैं  हम उन अरमानों के कातिल हैं
 दीप बुझाये , दिल  जलाए  गम  में  तेरे  अश्क  बहाए
जीवनसाथी के बिना जिंदगी**
प्रेम तेरा - मेरा है सुपावन सुनो  वक़्त सारे जहाँ से कहेगा प्रिये
कान्हा तेरी यादों में गुम रहती हूं