दर्द आँखों से कैसे बहेगा प्रिये
मेरे दिल में सदा ये रहेगा प्रिये
प्रेम तेरा - मेरा है सुपावन सुनो
वक़्त सारे जहाँ से कहेगा प्रिये
साथ छोड़ा मेरा तुमने गर राह में
दर्द दिल कैसे इतना सहेगा प्रिये
भूल जाओ मुझे तुम भले एक दिन
दिल मेरा , तेरा होकर रहेगा प्रिये
सबसे ऊँची है हस्ती यहां प्रेम की
दुर्ग नफरत का इक दिन ढहेगा प्रिये
माला चौधरी