लोक-सभा में जम्मू&कश्मीर पुनर्गठन बिल पर चर्चा के दौरान कांग्रेस को लताड़ते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कश्मीर के लिए हम जान भी दे सकते हैं, शाह ने कहा कि कश्मीर में POK और अक्साई चीन भी शामिल है।
लोक-सभा में जम्मू&कश्मीर पुनर्गठन बिल पर चर्चा के दौरान गृह-मंत्री अमित शाह अचानक गुस्सा आ गया था। उन्होंने कांग्रेस को लताड़ लगाते हुए पूछा कि क्या आप Pok को भारत का हिस्सा नहीं मानते हैं, इतना बोलते हुए उन्होंने कड़े लहजे में कहा कि जब में संसद में जम्मू-कश्मीर कहता हूं, तो उसका मतलब इसके अंदर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) और अक्साई चीन भी आता है। उन्होंने कहा कि क्या कांग्रेस पीओके को भारत का हिस्सा नहीं मनाती, हम इसके लिए जान भी दे देंगे।
लोक-सभा में उन्होंने स्पष्ट कहा कि हमारे एजेंडे में POK भी शामिल है। चर्चा के दौरान कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी के सवाल का जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा, क्या कांग्रेस PoK को भारत का हिस्सा नहीं मानती है.इसके लिए हम जान भी देने को तैयार हैं. जम्मू&कश्मीर का मतलब POK और अक्साई चीन से भी है, क्योंकि इसमें दोनों समाहित हैं।
उन्होंने कहा कि वर्ष 1948 में कश्मीर विलय के मामले को संयुक्त राष्ट्र पहुंचाया गया था । शाह ने कहा कि जम्मू&कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इसमें कोई कानूनी विवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत के संविधान और जम्मू&कश्मीर के संविधान में स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है कि जम्मू&कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। शाह ने कहा कि कश्मीर पर संसद ही सर्वोच्च है। कश्मीर को लेकर नियम कानून और संविधान में बदलाव से कोई नहीं रोक सकता।
अधीर ने कांग्रेस की कराई किरकिरी
इस बहस के दौरान कांग्रेस ने अधीर चौधरी ने ऐसा बयान दे दिया जिस वजह से कांग्रेस की चौतरफा किरकिरी हो रही है, चर्चा के दौरान अधीर ने कहा कि आप कहते हैं, कि यह एक आंतरिक मामला है। लेकिन वर्ष 1948 से संयुक्त राष्ट्र द्वारा इसकी निगरानी की जा रही है. क्या यह आंतरिक मामला है? हमने शिमला समझौते और लाहौर घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए थे , जो एक आंतरिक मामला है या द्विपक्षीय है?
उन्होंने कहा कि रातों-रात नियम कायदों को ताक पर रखकर, केंद्र सरकार ने जम्मू&कश्मीर के दो टुकड़े कर इसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया है। उनके इस बयान पर शाह भड़क गए और कहने लगे कि क्या कौन सा नियम सरकार ने तोड़ा है। सरकार सबका जवाब देगी। इस पर अधीर ने कहा कि कश्मीर अंदरूनी मामला है, लेकिन 1948 सेअभी भी संयुक्त राष्ट्र मॉनिटरिंग करता आ रहा है। उनके इस बयान पर लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ। इस पर शाह ने उन्हें टोकते हुआ पूछा कि कश्मीर पर कांग्रेस अपना स्टैंड क्लियर करें। उन्होंने कहा कि ये आप स्पष्ट करें कि ये कांग्रेस का स्टैंड है कि UN कश्मीर को मॉनिटर कर सकता है।